Sunday, March 11, 2012
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लम्बे अरसे से कहानियां लिख रहा हूं कई कहानियांे पर पुरस्कार भी मिलें। ‘खाली कॉफी हाउस’ नाम से एक कहानी संग्रह प्रकाशित। इसके अलावा टेलीविजन और रेडियो के लिए नियमित रूप से धारावाहिक लेखन। फिलहाल एक उपन्यास लिख रहा हूं। साहित्य मेरे लिए खुद को दोबारा पाने का ही एक रास्ता है, और मैं इसी पर चलने की कोशिश कर रहा हूं। पिछले दस साल से दैनिक हिन्दुस्तान के संपादकीय विभाग में कार्यरत।
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