Thursday, March 8, 2012

फिल्म महोत्सव के लिए बनी ‘अरमान’

फिल्म महोत्सवों के लिए फिल्में के बनने का क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में एक और फिल्म जुड़ गई है ‘अरमान’। देश विभाजन के बाद कई फिल्में हिंदू-मुस्लिम प्रेम कथाओं पर बनी। शेष इंटरनेशनल एंटरटेनमेंट के बैनर तले निर्मित इस लघु फिल्म में भी ऐसे ही मुद्दे को उजागर किया गया है। गौरतलब है कि इस फिल्म की शूटिंग दिसंबर के अंतिम सप्ताह में उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंद शहर में संपन्न हुई।


अरमान की कहानी आनंद ‘लहर’ की प्रसिद्ध कहानी ‘गौरी’ पर आधारित है। फिल्म में आजादी के 63 साल बाद भी दोनों मजहबों में प्रेम और शादी की रिश्ते को स्वीकार न कर पाने की मानसिकता को दर्शाया गया है।

फिल्म में नायक और नायिका दोनों बचपन के दोस्त हैं। दोस्ती जब प्यार में बदलती है तो समाज दोनों के बीच मजहब की दीवार खड़ी कर देता है। जिससे दोनों अपना धर्म बदल लेते हैं। जब इस रहस्य से परदा उठता है तो समस्या वापस वहीं आकर खड़ी हो जाती है।

फिल्म का निर्देशन राजीव गुप्ता और सुधीश शर्मा ने किया है। निर्माता राजेश्वर चौहान और रमेश वर्मा है। मुख्य भूमिका भरत और ममता दहिया ने निभाई है। मुंबई के जाने-माने कलाकार एसके बत्रा चंद्रशेखर रैना और सविता शर्मा के अलावा बाल कलाकार अदिति गौड़ और जीनीश गौड़ के अभिनय में सजी इस फिल्म की पटकथा और संवाद राजीव, सुधांशु गुप्त ने लिखें हैं। सहनिर्देशक प्रियंका शर्मा और वीपी कालरा तथा प्रोडक्शन मैनेजर राजकमल हैं। फिल्म ‘अरमान’ का एक ही लक्ष्य है ‘धर्म परिवर्तन किसी समस्या का समाधान नहीं’ का संदेश देना।



No comments: