Monday, March 21, 2011

मॉडलिंग बड़े धोखे हैं इस राह में

मॉडलिंग बड़े धोखे हैं इस राह में
सुधांशु गुप्त
ग्लैमर और चकाचौंध की दुनिया में मॉडलिंग आज लोअर मिडिल और मिडिल क्लास की लड़कियों को खूब लुभा रही है। उन्हें लगता है कि मॉडलिंग की दुनिया में प्रवेश करते ही उनके पास नाम और शोहरत होगी। लेकिन मॉडलिंग की दुनिया में कुछ कदम चलने के बाद ही उन्हें इस बात का एहसास हो जाता है कि यह इतना आसान नहीं है। नये वर्ष के मौके पर क्यों ना हम उन चीजों को जानें, जिनसे तरक्की के रास्ते पर आप आगे बढ़ सकती हैं। सुधांशु की रिपोर्ट
निम्न मध्य वर्ग की पिंकी की उम्र महज 21 साल है। वह ओपन यूनिवर्सिटी से बीएससी कर रही हैं। लेकिन पढ़ाई के साथ-साथ मॉडलिंग अब उनकी प्राथमिकता में सबसे ऊपर है। वह फोटो शूट के साथ ही कई ईवेंट में भी परफॉर्म करती हैं। जाहिर है, इससे उन्हें पर्याप्त मात्रा में पैसा भी मिल जाता है। हाथ में पैसा आता है तो सपनों को भी पंख लग जाते हैं। पढ़ाई करते-करते वह मॉडलिंग की दुनिया में कैसे आ गईं, इसका जवाब पिंकी इस तरह देती हैं, मैं पॉपुलर होना चाहती हूं और खूब पैसा कमाना चाहती हूं। पिंकी ने मॉडलिंग की दुनिया में आने के लिए किसी तरह का कोई कोर्स नहीं किया है। वह मानती हैं कि वह नेचुरली ब्यूटीफुल हैं। सिंगिंग, डांसिंग पिंकी का पैशन है। लेकिन पिंकी खुद जानती हैं कि यह रास्ता इतना आसान नहीं है। पता नहीं  वह मॉडलिंग की दुनिया में आने वाली दिक्कतों को अभी जान भी पाई हैं या नहीं?
मॉडलिंग का सपना
दरअसल 1994 में ऐश्वर्या राय ने मिस वर्ल्ड और सुष्मिता सेन ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीतकर मध्यवर्गीय लड़कियों की आंखों को जो सपना दिया था, अब वह बाहर आने के लिए मचल रहा है। अधिकांश मध्य और निम्न मध्यवर्गीय लड़कियों को लगने लगा है कि थोड़ा-सा सुंदर और बोल्ड होकर वे उसी तरह सफलता की सीढ़ियां चढ़ सकती हैं, जिस तरह ऐश्वर्या और सुष्मिता ने चढ़ी थीं। और एक बार इस रास्ते पर उन्हें सफलता मिलनी शुरू हो गयी तो दौलत और शोहरत उनके कदमों में होगी। लेकिन ये लड़कियां ग्लैमर की चकाचौंध में यह भूल जाती हैं कि यह लाइन भी तमाम अन्य पेशों की तरह मेहनत और समर्पण मांगती है। उन्हें बस तुरंत सफलता की चाह होती है। इसके लिए वे शॉर्ट कट अपनाने से भी नहीं चूकतीं। और मॉडलिंग का पहला असाइनमेंट मिलते ही वे अपनी पढ़ाई-लिखाई बीच में ही छोड़ देती हैं और उनका एकमात्र फोकस मॉडलिंग हो जाता है।
क्या हो रास्तासचमुच मॉडलिंग में आने से पहले यदि लड़कियां यह जान लें कि उन्हें इस रास्ते पर किस तरह से चलना है, तो रास्ता काफी आसान हो सकता है। तो वह कौन सा रास्ता हो सकता है, जो युवा लड़कियों को भटकने से बचा सकता है और आसानी से मंजिल तक पहुंचा सकता है? अनेक युवा मॉडल्स से बातचीत करने के बाद मॉडलिंग का रास्ता कहता है कि सबसे पहले लड़कियों को किसी अच्छे फोटोग्राफर से अपना पोर्टफोलियो कराना चाहिए। इसके बाद आप अपने कुछ अच्छे फोटोग्राफ्स किसी वेबसाइट पर डाल सकती हैं। और जैसी अनेक वेबसाइट्स इस दिशा में काम कर रही हैं। इसके अलावा व्यवहार से जुड़ी कुछ और बातें हैं, जो युवा मॉडल्स को ध्यान रखनी चाहिए। लैला पांडा बताती हैं, लड़कियों को अपनी पढ़ाई बीच में नहीं छोड़नी चाहिए, उनमें मेकअप और ड्रेस सेंस होनी चाहिए। और साथ ही उन्हें वॉयसिंग, एंकरिंग और अभिनय का बाकायदा प्रशिक्षण लेना चाहिए। सिंगिंग, डांसिंग सीख कर वे मॉडलिंग के साथ कुछ और काम भी कर सकती हैं।
मॉडल्स को एक बात यह भी ध्यान रखनी चाहिए कि मॉडल का करियर बहुत लंबा नहीं होता। युवावस्था ढलते-ढलते ही आपका करियर भी ढलने लगता है। लिहाजा लड़कियों को अपने अंदर तमाम ऐसे गुण भी विकसित करने चाहिए, ताकि मॉडलिंग में असफल होने या अपनी पारी खेलने के बाद वे किसी दूसरे पेशे में भी काम कर सकें। आज अनेक ऐसी मॉडल्स हैं, जो अपने समय में चमक बिखेरने के बाद आज कोरियोग्राफर, रेडियो जॉकी, ईवेंट मैनेजमेंट जैसे काम कर रही हैं। साथ ही कई नामी गिरामी मॉडल्स ऐसी भी हैं, जो मॉडलिंग एजेंसी चला रही हैं। यानी सही समय पर की गयी प्लानिंग आपके भविष्य को सुरक्षित और सुनिश्चित करती है।
एक और अहम बात, युवा मॉडल्स को शॉर्ट कट्स पर भरोसा नहीं करना चाहिए। उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि अंतत: आपकी मेहनत ही आपको आगे ले जाएगी। राजधानी में रहने वाली चंद्राणी ऐसी ही मॉडल हैं। मिरांडा हाउस से बंगाली में एमए करने वाली चंद्राणी को पढ़ाई के दौरान ही एक फिल्म और रैंप पर मॉडलिंग करने का मौका मिला। इसके बाद उन्होंने प्रिंट के लिए भी मॉडलिंग की। आज चंद्राणी एंकरिंग के साथ-साथ डीडी उर्दू के कई सीरियल्स में काम कर रही हैं। उनका मानना है कि ऐसा नहीं है कि मॉडलिंग में बिना मेहनत किये ही आपको पैसा और शोहरत मिल जाती है। इस पेशे में दूसरे अन्य पेशों की तरह लगातार मेहनत करनी पड़ती है। पिछले दो-तीन साल इस पेशे को देने के बाद भी मुझे ऐसा नहीं लगता कि मैंने कोई बड़ा काम किया है, लेकिन मैं जानती हूं कि बड़े सपनों को पूरा करने के लिए बड़ी तपस्या भी करनी पड़ती है।
वास्तव में मॉडलिंग एक ऐसा पेशा है, जिसमें ग्लैमर तो दिखाई देता है, लेकिन उसके पीछे की मेहनत दिखाई नहीं देती। और जब तक ये ना हो, सफलता आपसे दूर ही रहेगी।
क्या और कर सकती हैं
एंकरिंग
वॉयसिंग
अभिनय
ईवेंट
अलबम
मेकअप आर्टिस्ट
कोरियोग्राफी
रेडियो जॉकी
मॉडलिंग एजेंसी

1 comment:

Jaya said...

Very nice article