Sunday, May 30, 2010

कितनी बदली-बदली है इस प्रेम की भाषा

लोग कहते हैं कि प्रेम की कोई भाषा नहीं होती..यानी प्रेम अपने आप में एक भाषा है। लोग गलत कहते हैं। प्रेम के इजहार की बाकायदा एक भाषा होती है और हर दौर का प्रेम अपनी भाषा ईजाद करता है। आज का युवा भी इसका अपवाद नहीं है। बल्कि आज के युवा ने प्रेम की इस भाषा को ईजाद करने के लिए मोबाइल और इंटरनेट का भी भरपूर इस्तेमाल किया है। और दिलचस्प रूप से प्रेम की इस नई भाषा में युवाओं की जीवन शैली को भी एक गति दी है।
अपर्णा अभी ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ती है। एक दिन उसके इंटरनेट के जरिए मोबाइल पर एक मैसेज आया। मैसेज में लिखे प्रेम संदेश को पढ़कर अपर्णा का चेहरा गुलाबी हो आया। संयोग से अपर्णा की माँ दूर खड़ी यह सब देख रही थीं। उन्होंने अपर्णा से मोबाइल मांगा तो उसने सहज रूप से आया मैसेज दिखा दिया। मैसेज था-143। अपर्णा की माँ काफी प्रयास करने के बावजूद इसका अर्थ नहीं समझ सकीं और अपर्णा के चेहरे पर एक रहस्यमय मुस्कान खेलती रही। वास्तव में 143 का अर्थ है- I LOVE YOU यानी वन लैटर वर्ड, फोर लैटर वर्ड और थ्री लैटर वर्ड से बना है 143। यह युवाओं का प्रेम प्रकट करने का सबसे लोकप्रिय तरीका है।

इसी तरह अगर किसी युवा को कहना हो कि आई लव यू और आई मिस यू तो वह कहेगा 286। 143 आई लव यू के लिए और 143 आई मिस यू के लिए दोनों का जोड़ 286 हो जाता है। एक निजी फर्म में कार्यरत मनीष चौखानी कहते हैं, आई लव यू कहना अब आउटडेटेड हो चुका है। आज का युवा वह अनेक संदेशों और सिंबल्स के इस्तेमाल से अपना प्रेम प्रदर्शित करना चाहता है।

मिसाल के तौर पर आज मोबाइल में भी यह सुविधा है कि कोई लड़का या लड़की यदि अपने प्रेमी या प्रेमिका को सिम्बल्स के जरिए अपने दिल का हाल भेज सकता है। मोबाइल और इंटरनेट की सोशल नेटवर्किग साइट्स पर भी यह सुविधा हासिल है। आप खुश हैं, आप दुखी हैं, आप किस करना चाहते हैं, आप अपने पार्टनर को शक की निगाह से देख रहे हैं, इन सबके लिए रेडीमेड सिंबल्स उपलब्ध हैं। आप उन्हें निकालिए और अपने पार्टनर को भेज दीजिए।

यही नहीं, नखरे दिखाना, रोना, इनकार करना, हैरान होना जैसी अभिव्यक्तियों के लिए भी रेडीमेड सिंबल्स मौजूद हैं। मार्केटिंग से जुड़ी 23 वर्षीया मानसी कहती हैं, यदि कोई लड़का मुङो प्रपोज कर रहा है और मुङो मोबाइल पर उसके प्रपोजल को स्वीकार करना है तो मैं स्माइल वाला सिंबल भेज दूंगी और वह समझ जाएगा कि मैंने उसका प्रपोजल स्वीकार कर लिया।

अपना बिजनेस कर रहे 24 वर्षीय गौरव कहते हैं, लड़की को प्रपोज करने के लिए हम शेरो शायरी का भी इस्तेमाल करते हैं। हमारी कोशिश होती है कि लड़की पहले एसएमएस में ही हमारे प्यार को स्वीकार कर ले, क्योंकि आज के युवा के पास ज्यादा समय नहीं है। हालांकि 22 वर्षीया वर्षा का कहना है, आज का युवा बहुत जल्दी में हैं। वह प्रेम का उत्तर हां या ना तुरंत चाहता है। यदि लड़की या लड़का मना करता है तो वह दूसरे पार्टनर की तलाश में लग जाते हैं।

सच भी है यह वह युग नहीं है जब ‘कबूतर जा जा जा.. पहले प्यार की पहली चिट्ठी साजन को दे आ’ की तर्ज पर प्रेमिकाएं चिट्ठी का इंतजार किया करती थीं। आज इंटरनेट, कंप्यूटर और मोबाइल का युग है और युवा बहुत जल्दी है। उसे सब कुछ रेडीमेड चाहिए। वह किसी लड़की की प्रेम स्वीकारोक्ति का इंतजार नहीं करना चाहता। अगर लड़की इसके लिए समय चाहती है तो वह किसी दूसरी लड़की को प्रपोज करना ज्यादा बेहतर समझता है। प्रेम की अपनी इसी स्पीड को बनाए रखने के लिए युवा प्रेम की नयी भाषा लिख रहे हैं और प्रेम के उन मुहावरों को भी बदल रहे हैं, जो कहते थे कि प्रेम जीवन में केवल एक ही बार होता है।
sudhanshu.gupta@livehindustan.com

खतरा-ए-चैटिंग
रोजाना ऑनलाइन लाखों लोग एक दूसरे से मिलते हैं। इनमें से कुछ तो संबंधों को लेकर खासे संजीदा हो जाते हैं। लेकिन साइबर दुनिया और मनोजगत से जुड़े विशेषज्ञ इस विषय में कुछ नसीहतें देते हैं। ऑनलाइन रोमांस करने में कई खतरे हैं। सबसे पहली बात तो ये कि दूसरे देशों के लोगों से घर बैठे बात करने का अपना लुत्फ है तो इससे जुड़े खतरे भी हैं। साइबर विशेषज्ञों के अनुसार विदेशों में बैठी कई महिलाएं चैटिंग के दौरान अपना बेचारा रूप प्रस्तुत करती हैं जिसके बाद वह मजबूरी बताकर पैसे मांगती हैं। कई लोग इन बातों में आकर उन्हें पैसा भेज देते हैं। इसके बाद कभी ऐसी लड़कियों का पता नहीं चलता।

कैसे बचें : साइबर विशेषज्ञों की राय में कभी जल्दबाजी में अपनी निजी डिटेल यानी फोन नंबर, ईमेल आदि के बारे में न बताएं। लिहाजा, आप चैटिंग के लिए अपना कोई ऐसा ईमेल आइडी बनाएं जिसमें आपकी निजी जानकारी न हो। इसी तरह फोन नंबर भी पहली-दूसरी बार में ही नहीं बताना चाहिए। यदि कोई इसकी मांग करता भी है तो सख्ती से उसे ईमेल तक ही सीमित रखना चाहिए और संभव हो तो बातचीत अनजान नंबर से ही करें। यदि चैटिंग के बाद पहली बार किसी से मिलने का अवसर आ भी जाए तो मिलने के लिए कोई सार्वजनिक स्थल ही चुनें। विशेषज्ञों कहते हैं कि महिलाओं को आत्मरक्षा का कोई तरीका भी सीख लेना चाहिए।

कुछेक मामलों में ऑनलाइन मिलने के बाद डेट पर पहुंची महिलाओं को शारीरिक तौर पर क्षति पहुंची है। ऐसे में आत्मरक्षा का कोई उपाय सीख लेना लाभदायक होगा। किसी भी नए व्यक्ति से मिलने के फौरन बाद ही उसके साथ कहीं भी चल नहीं देना चाहिए। यदि वह अपने परिवार और दोस्तों आदि के बारे में नहीं बताता/बताती है, तो चेत जाना चाहिए। अपना पासवर्ड भी बदलते रहें। सोशल नेटवर्किग साइटों पर प्रतिक्रिया देते समय सावधान रहें। खुद को बेहद बोल्ड दिखाने से बचें। चैटिंग में अश्लील व अभद्र शब्दों का इस्तेमाल ना करें। भावनात्मक ना बनें, अक्सर इन्टय़ूशन आपको कुछ गलत होने की स्थिति में चेता देती है।

आपके नाम और सरनेम से आपके बारे में जानकारी जुटाई जा सकती है। शादीशुदा लोगों से सावधान रहें। एक अनुमान के अनुसार ऑन लाइन चैटिंग करने वालों में 30 प्रतिशत लोग शादीशुदा हैं। लड़कियां जिस व्यक्ति से बात करें उसके हाल के फोटो ले सकती हैं। मसलन इस मैदान में उतरे हैं तो यह संभावना लेकर चलें कि यहां सच का प्रतिशत बहुत कम है।

सुधांशु गुप्त

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